Lockdown के समय ई कॉमर्स कंपनियों के व्यवसाय में हुई उल्लेखनीय वृद्धि और के बाद भारतीय इकॉनमी के पुशबैक के साथ पैकेजिंग इंडस्ट्री में अच्छी ग्रोथ रेट प्रदर्शित की है। वर्तमान में पैकेजिंग इंडस्ट्री का व्यवसाय लगभग 17 बिलियन डॉलर है, जो कि 20% प्रतिवर्ष वृद्धि दर के साथ पड़ रहा है। जैसा कि आप चाहते हैं की कॉमर्स कंपनी सरकार के द्वारा बनाए गए प्रावधनों का पालन करने के लिए।
प्लास्टिक के बैग में पैकिंग करने के साथ कागज के बने हुए गत्तों में भी सामान की पैकिंग करती है, जिससे की उन्हें इस प्रकार के गद्दों को रीसाइकल करने की आवश्यकता नहीं होती और स्थानीय म्युनिसिपल के द्वारा ही ये काम कर दिया जाता है।
आज हम आपको बताएंगे आप भी कैसे गत्ते के बॉक्स बनाने का व्यापार शुरू कर सकते हैं। आइए जानते हैं।
Cardboard Box बनाने का व्यापार कैसे शुरू कर सकते हैं?
इस व्यवसाय को स्थापित करने के लिए सबसे पहले आपको अपनी कानूनी प्रावधनों को समझना होगा और अपनी कंपनी स्थापित करते वक्त पहले ही तय करना होगा कि इसे आप प्राइवेट लिमिटेड या फिर पब्लिक लिमिटेड कंपनी में से किस रूप में रजिस्टर करेंगे। यदि आप मशीन की सहायता से इस प्रकार के cardboard box बनाने का काम शुरू करना चाहते हैं तो आपको स्थानीय। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के द्वारा एक पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेना होगा।
कैसे ढूंढे फैक्टरी की लोकेशन?
इस व्यवसाय में सफलता पाने के लिए एक सबसे महत्वपूर्ण कदम है। आपको अपनी फैक्टरी की लोकेशन उसी स्थान पर बना रही है जो को आपने अपने टारगेट कस्टमर के रूप में चुना है। इससे पहले आप प्रॉपर रिसर्च कर लें और ऐसी ही स्थान पर बना ये जो रोड कनेक्टिविटी और ट्रांसपोर्टेशन की अच्छी सुविधा उपलब्ध हो।
साथ ही आपके यहाँ पूरे दिन सप्लाई होना भी आवश्यक है। समय पर इलेक्ट्रिसिटी ना आने की वजह से आपकी मशीनें अपनी क्षमता के अनुसार प्रोडक्शन नहीं कर पाएगी जो कि आप के लिए खाते का सौदा है।
कैसे तय करें बॉक्स का साइज?
आपकी फैक्टरी में बनने वाले बॉक्स के साइज आपके डिस्ट्रीब्यूटर और की डिमांड बढ़ने पर करेंगे। यदि आप कि सी ई कॉमर्स कंपनी के लिए अपने बॉक्स बनाते हैं तो आपको छोटे साइज से लेकर बहुत बड़े साइज के बॉक्स बनाने की आवश्यकता होगी। साथ ही आप अलग अलग टाइप के बॉक्स के बारे में भी अधिक जानकारी जुटानी होगी। वर्तमान में बॉक्स 235 सैवन नाइन ईयर में बनाए जाते हैं। अलग अलग क्षेत्र की इंडस्ट्री अलग अलग प्रकार के गत्ते के बॉक्स इस्तेमाल करती हैं।
यहाँ आपको ध्यान रखना होगा कि अलग लेयर के बॉक्स बनाने के लिए आपको अलग अलग प्रकार की मशीनों की आवश्यकता होगी। इसलिए आप ऐसी मशीन खरीदे जिससे सभी प्रकार की लेयर वाले बॉक्स बनाएँ। जा सकते हो, चाहे वो आपको महंगी ही मिले।
कितनी जगह की आवश्यकता होगी और किस तरह की फैक्टरी की सहायता से कितना कर पाएंगे उत्पादन?
मशीनों की सहायता से स्थापित किए गए ऑटोमैटिक प्लांट के लिए आपको। 700स्क्वेयर फिट एरिया की आवश्यकता होगी और यदि आप इसे बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो आपको लगभग 25,000 स्क्वायर फ़ीट के एरिया कैप्शन था होगी। इस व्यवसाय के तहत लगाई जाने वाली फैक्टरीस को दो प्रकार सेमी ऑटोमैटिक प्लांट और फुल ऑटोमैटिक प्लांट में डिवाइड किया जाता है।
आप अपने प्लांट में ही लगने वाली मशीन के आधार पर 1 दिन में चार से पांच टन का उत्पादन कर सकते हैं और यदि आपके पास फुल ऑटोमैटिक प्लांट है तो आप आसानी से दिन में 20 से 40 टन गन्ने निर्मित कर सकते हैं।
किस तरह के डिस्ट्रिब्यूटर मार्केट में भेज पाएंगे?
आपके द्वारा तैयार किए गए गंदे के बॉक्स वैसे तो लगभग सभी प्रकार के बिज़नेस सेक्टर में इनका इस्तेमाल किया जाता है परंतु मुख्य फार्मास्युटीकल शॉप इंडस्ट्री, बिस्किट, मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री, कॉस्मेटिक सेक्टर, शूज़ एंड फुटवियर इंडस्ट्री में अधिक मात्रा में यूज़ किये जाते हैं। इसके अलावा ई कॉमर्स कंपनी से जुड़कर भी इस प्रकार के भेजे जा सकते हैं। क्या आपको पता है? इस प्रकार तैयार किए गए 80% से अधिक बॉक्स वर्तमान में ई कॉमर्स कंपनी के द्वारा इस्तेमाल में लाए जा रहे हैं।
कौन सी मशीनें होंगी आवश्यक इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए ?
आपको चार से पांच मशीनों की आवश्यकता होगी और इन्हें लगाने के लिए भी आपको बड़ा स्पेस चाहिए। फेस पे पर गद्दा मशीन, बूट कटर मशीन, टेस्टिंग मशीन, प्रेसिंग मशीन, रोटरी कटिंग मशीन, सेंट्रिक प्लेट मशीन, स्टिचिंग मशीन इस प्रकार की मशीनों को खरीदने के लिए आप किसी भी ऑफ लाइन इंडस्ट्रीज़ इंडस्ट्रीज़ यूटर से संपर्क कर सकते हैं या फिर नहीं मात्र खरीदने के लिए इंडियामार्ट और ट्रेड इंडिया जैसी वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
कौन से कच्चे माल की होगी आवश्यकता?
मुख्यता आप को ग्राफ पेपर की जरूरत होगी। इसके अलावा वाइफ ऑफ टॉकिंग करने के लिए पैकेट जैसे कच्चे माल की जरूरत होगी।
बॉक्स बनाने की पूरी प्रक्रिया
Step 1 या तो आप मार्केट से सीधे ग्राफ़ पेपर खरीद लें या फिर लकड़ी की सहायता से ग्राफ मशीन की मदद लेकर लकड़ी का बना कर क्राफ्ट मेकिंग मशीन की सहायता से भी क्राफ्ट बना सकते हैं।
Step 2 इस प्रकार तैयार क्राफ्ट को फेस पे पर मशीन में डालना होता है जहाँ इनकी साइज़ मोटी और कठोर हो जाती है।
Step 3 इस मोटी ग्राफ़ पेपर को गुड कट्टर और शीट टेस्टिंग मशीन की सहायता से अलग अलग साइज के अनुसार काटा जाता है।
Step 4 टीचिंग मशीन की सहायता से सिलाई की जाती है। इस प्रकार बनकर तैयार हुए पैकिंग मशीन की सहायता से बड़े पैकेट में पैक करके मार्केट में बेची जाती हैं।
कैसे करें मार्केटिंग?
इस तरह के व्यवसाय में ऑनलाइन मार्केटिंग पर ज्यादा फोकस करें, क्योंकि ऑनलाइन की तुलना में यह सस्ती भी होती है। साथ ही आप ई कॉमर्स वेबसाइट पर अपने सामान बेचने वाले। ये शॉप ओनर से भी ऑनलाइन ही संपर्क बना सकते हैं। इसके अलावा भारत के अलग अलग क्षेत्रों में लगने वाले बिज़नेस में भी हिस्सा ले और वहाँ पर अलग अलग व्यापारियों के द्वारा अपनाई जाने वाली मार्केटिंग स्ट्रैटिजी पर अच्छी तरह से फोकस कर आप भी उसी तरह की स्ट्रैटिजी अपना सकते हैं।